-
481
छात्र -
452
छात्राएं -
43
कर्मचारीशैक्षिक: 36
गैर-शैक्षिक: 7
परिकल्पना
- के. वि. सं. उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक प्रयासों के माध्यम से उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अपने छात्रों को ज्ञान/मूल्य प्रदान करने और उनकी प्रतिभा, उत्साह और रचनात्मकता का पोषण करने में विश्वास रखता है।
उद्देश्य
- शिक्षा का एक सामान्य कार्यक्रम प्रदान करके रक्षा और अर्ध-सैन्य कर्मियों सहित स्थानांतरणीय केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करना है।
- स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने और गति निर्धारित करने के लिए।
- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) आदि जैसे अन्य निकायों के सहयोग से शिक्षा में प्रयोग और नवाचारों को शुरू करना और बढ़ावा देना।
- राष्ट्रीय एकता की भावना का विकास करना और बच्चों में “भारतीयता” की भावना पैदा करना।

विद्यालय के बारे में
उत्पत्ति
इस विद्यालय का प्रारंभ वर्ष 1986 में 150 छात्रों और 12 कर्मचारियों के साथ, प्राकृतिक सुंदरता के साथ एक पहाड़ी पर एक पुराने बंगले में हुई थी । .
विद्यालय के दृष्टिकोण के बारे में
विद्यार्थियों का तकनीक एवं परंपरा सम्मिलित रूप विकसित करने का प्रयास करना ..
विद्यालय के उद्देश्य के बारे में
विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता को पुष्ट करना विद्यार्थियों को बौद्धिक एवं संवेगात्मक संतुलन बनाने के योग्य बनाना ...
संदेश

आयुक्त, सुश्री प्राची पाण्डेय, आईए & एएस
प्रिय शिक्षकवृंद,
शिक्षक दिवस 2025 की हार्दिक शुभकामनाएँ।
शिक्षक केवल शैक्षणिक मार्गदर्शक ही नहीं, बल्कि बच्चे के भविष्य के निर्माता होते हैं। प्रथम अक्षर लिखने से लेकर जीवन के महत्वपूर्ण निर्णयों तक वे धैर्य,सहानुभूति और सहयोग के साथ प्रत्येक कदम पर साथ चलते हैं। वे केवल मस्तिष्क ही नहीं,बल्कि मूल्य,सपने और आकांक्षाएँ भी गढ़ते हैं,जो हमारे राष्ट्र का भविष्य निर्धारित करती हैं।

शाहिदा परवीन
उपायुक्त भोपाल संभाग
प्रिय विद्यार्थियों, अभिभावकों, शिक्षकों एवं समस्त केंद्रीय विद्यालय परिवार, सप्रेम नमस्कार। केंद्रीय विद्यालय संगठन, भोपाल संभाग की वेबसाइट पर आप सभी का हार्दिक स्वागत है। यह प्लेटफ़ॉर्म न केवल सूचना और संसाधनों का केंद्र है, अपितु यह हमारे साझा शैक्षिक दृष्टिकोण, मूल्यों और प्रयासों का प्रतिबिंब भी है। मुझे यह संदेश साझा करते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि केंद्रीय विद्यालय संगठन, भोपाल संभाग, केविसं (मु०) नई दिल्ली के दिशा-निर्देशन मेंनिरंतर राष्ट्रीय शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता के उच्चतम मानदंडों को स्थापित करने के अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर है। भारत जैसे विविधता-सम्पन्न देश में शिक्षा केवल ज्ञान का माध्यम नहीं है, यह सामाजिक समरसता, नैतिक मूल्यों, और राष्ट्र के प्रति कर्तव्यबोध की भावना का संवाहक भी है। केंद्रीय विद्यालय संगठन की स्थापना 1963 में भारत सरकार द्वारा इस उद्देश्य से की गई थी कि सैनिकों, अर्धसैनिक बलों, केंद्रीय कर्मचारियों और अन्य स्थानांतरणीय कर्मचारियों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण, सतत और एकसमान शिक्षा प्रदान की जा सके। आज KVS न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी शिक्षा की एक सशक्त शृंखला बन चुका है, जिसमें लाखों विद्यार्थी अध्ययनरत हैं और हजारों शिक्षक उन्हें ज्ञान, संस्कार और जीवन के मूल्य सिखा रहे हैं। हमारे देश की नई शिक्षा नीति (NEP 2020) शिक्षा प्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन का आह्वान करती है। यह केवल पाठ्यक्रम और परीक्षा प्रणाली में सुधार की बात नहीं करती, बल्कि यह समावेशी, बहु-विषयक, और छात्र-केंद्रित शिक्षा की बात करती है। KVS ने NEP 2020 के मार्गदर्शक सिद्धांतों को अपनाते हुए कई महत्त्वपूर्ण पहलें प्रारंभ की हैं: • Foundational Literacy and Numeracy (FLN) को प्राथमिक कक्षाओं में लागू करना। • बहु-भाषिकताको प्रोत्साहन देना। • कला एकीकरण (Art Integration) औरखेल आधारित शिक्षा (Sports Integration) को कक्षा शिक्षण में समाहित करना। 21वीं सदी के कौशलजैसे कि आलोचनात्मक सोच, समस्या समाधान, रचनात्मकता और डिजिटल साक्षरता पर बल देना। ये सभी प्रयास विद्यार्थियों को न केवल परीक्षा के लिए, बल्कि जीवन के लिए तैयार करने के उद्देश्य से किए जा रहे हैं। हमारे कार्यरत शिक्षकगण न केवल ज्ञान के दाता हैं, बल्कि वे एक संरक्षक, मार्गदर्शक और प्रेरक की भूमिका भी निभाते हैं। एक शिक्षक की भूमिका अब केवल पाठ्यक्रम पढ़ाने तक सीमित नहीं रह गई है। वे विद्यार्थियों में जिज्ञासा उत्पन्न करते हैं, उन्हें आत्म-शिक्षण के लिए प्रेरित करते हैं, और एक उत्तरदायी नागरिक के रूप में ढालते हैं। हमारे शिक्षकगण निरंतर प्रशिक्षण कार्यक्रमों, कार्यशालाओं और नवाचारों के माध्यम से अपने शिक्षण को अद्यतन और प्रभावी बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें गर्व है कि हमारे विद्यालयों में ऐसे शिक्षक कार्यरत हैं, जो बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए निरंतर समर्पित रहते हैं। KVS के विद्यार्थी पूरे देश में अपनी योग्यता, अनुशासन और नैतिक मूल्यों के लिए पहचाने जाते हैं। विभिन्न बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन, विज्ञान, खेल, कला, और संस्कृति के क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ, तथा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर KVS के छात्रों की उपस्थिति हमें गर्व से भर देती है। हमारा प्रयास है कि हर विद्यार्थी की विशेषताओं और रुचियों को समझते हुए उन्हें उस दिशा में अवसर प्रदान किए जाएँ, ताकि वे अपनी पूरी क्षमता तक पहुँच सकें। विद्यालयों में अब केवल किताबी ज्ञान पर ज़ोर नहीं, बल्किसमग्र विकास (Holistic Development) को प्राथमिकता दी जा रही है। वर्तमान युग डिजिटल क्रांति का युग है। शिक्षा भी इससे अछूती नहीं रही है। विशेष रूप से COVID-19 महामारी के दौरान, KVS ने तकनीक को अपनाते हुए ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय पहल की। हमने ई-कंटेंट, वर्चुअल क्लासरूम्स, शिक्षकों द्वारा बनाए गए डिजिटल संसाधन, और स्वयं पोर्टल जैसे प्लेटफॉर्म्स को प्रभावी रूप से अपनाया। भविष्य में भी हम तकनीक के माध्यम से शिक्षण और अधिगम को और अधिक रोचक, समावेशी और प्रभावशाली बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, हमारे विद्यालयों में नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए ATL (Atal Tinkering Labs), Coding Clubs, Robotics Workshops जैसी गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। KVS प्रशासनिक और शैक्षणिक गतिविधियों में पारदर्शिता, जवाबदेही और सामुदायिक सहभागिता को अत्यंत महत्त्व देता है। विद्यालय प्रबंधन समितियों में अभिभावकों की भागीदारी, विद्यालय स्तर पर खुली बैठकों का आयोजन, और अभिप्राय संग्रहण की प्रक्रिया हमें हमारी कार्यप्रणाली में सुधार के लिए मार्गदर्शन प्रदान करती है। हम अभिभावकों से अनुरोध करते हैं कि वे विद्यालय की गतिविधियों में सक्रिय भाग लें, शिक्षकों से संवाद बनाए रखें और अपने बच्चों को सकारात्मक वातावरण प्रदान करें। KVS का लक्ष्य न केवल अकादमिक उत्कृष्टता है, बल्कि ऐसी शिक्षा व्यवस्था का निर्माण करना है जो: • विद्यार्थियों कोवैश्विक नागरिकबनाए, • उनमेंसंवेदनशीलता और सहानुभूतिका भाव विकसित करे, • उन्हेंनवाचार और उद्यमिताकी ओर प्रेरित करे, • तथाभारत की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासतको आत्मसात करते हुए आधुनिक तकनीक के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना सिखाए। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमारे विद्यालय “ज्ञान, चरित्र और सेवा”के त्रिसूत्रीय मंत्र को आत्मसात करें और एक ऐसे भारत के निर्माण में योगदान दें जो शिक्षित, सशक्त और समृद्ध हो। अंत में, मैं सभी विद्यार्थियों को यह संदेश देना चाहती हूँ कि अपने सपनों को साकार करने के लिए कठोर परिश्रम, अनुशासन और आत्म-विश्वास को अपना साथी बनाइए। हर चुनौती आपके लिए एक अवसर है, और हर असफलता सीखने की एक सीढ़ी। शिक्षकों से अपेक्षा करती हूँ कि वे विद्यार्थियों के जीवन को मूल्यवान और अर्थपूर्ण बनाने में अपनी भूमिका को दृढ़ता से निभाएँ। अभिभावकों से अनुरोध है कि वे विद्यालय के साथ मिलकर एक सशक्त भविष्य निर्माण में सहयोग करें। आइए, हम सब मिलकर एक ऐसे शैक्षिक वातावरण का निर्माण करें जहाँ प्रत्येक विद्यार्थीस्वाभिमानी, सक्षम और संवेदनशील नागरिकबनकर राष्ट्र की सेवा में अपना योगदान दे सके। धन्यवाद। (शाहिदा परवीन) उपायुक्त केंद्रीय विद्यालय संगठन भोपाल संभाग
उपायुक्त
विनोद कुमार राजोरिया
प्राचार्य
“इसे नष्ट करना आसान है, किसी को नीचे गिराना और भी आसान है लेकिन हम यहां सृजन करने आए हैं, आइए हाथ मिलाएं और शपथ लें।'' उपरोक्त प्रेरक आदर्श वाक्य को ध्यान में रखते हुए के.वी. GUNA अपने छात्रों को एक उपयुक्त और उत्तम वातावरण प्रदान कर रहा है जिससे वे अपने दिल और दिमाग में पनप रहे विचारों की मदद से अपने व्यक्तित्व को विकसित और विस्तारित कर सकें। ईमानदार अद्वितीय इंटरैक्टिव और नवीन तकनीकों के माध्यम से, हमारे छात्रों को हमारे सम्मानित राष्ट्र के देशभक्त नागरिक बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जो निकट भविष्य में समर्पण और पूर्णता के साथ दी गई जिम्मेदारियों को निभाएंगे। विद्यार्थी अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ते रहें, इसके लिए भी सराहनीय प्रयास किये जा रहे हैं। श्री विनोद कुमार राजोरिया प्राचार्य
प्राचार्यअद्यतनीकरण
- प्रतिनियुक्ति के आधार पर अधीक्षरण अभियंता तथा अधिशासी अभियंता के पद भरने के लिए आवेदन की तिथि बढ़ाने की सूचना ।
- हिंदी दिवस के अवसर पर केवीएस,आयुक्त की अपील।
- प्रतिनियुक्ति के आधार पर अधीक्षरण अभियंता तथा अधिशासी अभियंता के पद भरने के लिए आवेदन की तिथि बढ़ाने के सूचना ।
- मुख्य सतर्कता अधिकारी के संबंध में कार्यालय आदेश।
- शिक्षक दिवस पर माननीय राष्ट्रपति का संदेश
चीजों का अन्वेषण करें
शैक्षणिक योजनाकार
हमारे विद्यालय का एक सुसज्जित विद्यालय प्लानर है
शैक्षिक परिणाम
बारहवीं कक्षा में - उच्चतम पीआई - भोपाल क्षेत्र में साथ दसवीं कक्षा में - 100% परिणाम
बाल वाटिका
बाल वाटिका कार्यक्रम को कक्षा 1 से पहले के बच्चों के लिए रूप में डिज़ाइन किया गया है,
निपुण लक्ष्य
निपुण (समझदारी और संख्यात्मकता के साथ पढ़ने में दक्षता के लिए राष्ट्रीय पहल)
शैक्षणिक हानि कार्यक्रम का मुआवजा (सीएएलपी)
समय समय पर किया जाता है
अध्ययन सामग्री
क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल के द्वारा उपलब्ध करवाया जाता है
कार्यशालाएँ एवं प्रशिक्षण
क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल के द्वारा समय समय पर करवाया जाता है
विद्यार्थी परिषद
विद्यार्थियों के बीच मधुर संबंध बनाने और उनकी समस्या को हल करने में मदद करने
अपने स्कूल को जानें
इस विद्यालय का प्रारंभ वर्ष 1986 में 150 छात्रों और 12 कर्मचारियों के साथ,
अटल टिंकरिंग लैब
अटल टिंकरिंग लैब
डिजिटल भाषा लैब
विद्यालय में पूर्णतः सुसज्जित भाषा प्रयोगशाला है
आईसीटी - ई-क्लासरूम एवं प्रयोगशालाएँ
आईसीटी अवसंरचना
पुस्तकालय
पुस्तकालय एक “ज्ञान अनुसंधान केंद्र” के रूप में कार्यान्वित है|
प्रयोगशालाएँ - भौतिकी/रसायन विज्ञान/जीवविज्ञान
प्रयोगशालाए
भवन एवं बाला पहल
स्कूल के बुनियादी ढांचे की योजना एक तरीका है।
खेल अवसंरचना (खेल के मैदान)
एक खेल संस्कृति का निर्माण होगा
एसओपी/एनडीएमए
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए)
खेल
इससे विद्यालय में एक खेल संस्कृति का निर्माण होगा जो युवा प्रतिभाओं के विकास को बढ़ावा देगा।
एनसीसी/स्काउट एवं गाइड
केन्द्रीय विद्यालय संगठन की नीति अनुसार विद्यालय में भारत स्काउट्स एवं गाइड्स के अंतर्गत यूनिट संचालित है|
शिक्षा भ्रमण
शैक्षिक भ्रमण में हम परोक्ष नहीं बल्कि प्रत्यक्ष रूप से देखते हैं, जिससे ज्ञान स्थायी होते । सीखना शिक्षा का सबसे अच्छा माध्यम है।
ओलम्पियाड
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपियाड आंदोलन का उद्देश्य दुनिया के सबसे प्रतिभाशाली माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक छात्रों को
प्रदर्शनी - एनसीएससी/विज्ञान/आदि
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अपने समाज और मानव जाति की मदद करना चाहते हैं। वैज्ञानिक स्वभाव विकसित करने के लिए भी प्रतिबद्ध है।
एक भारत श्रेष्ठ भारत
एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य/केंद्रशासित प्रदेश की जोड़ी की अवधारणा के माध्यम से विभिन्न
हस्तकला या शिल्पकला
कला, शिल्प और डिज़ाइन मानव रचनात्मकता के कुछ उच्चतम रूपों का प्रतीक हैं। कि किसी चीज़ का निर्माण कैसे किया जाना है।
मजेदार दिन
केवीएस स्कूलों में आनंदवार दिवस पहली से पांचवीं कक्षा के और मनोरंजक गतिविधियों के लिए समर्पित एक विशेष दिन है।
युवा संसद
युवा संसद के वेब पोर्टल का उद्देश्य लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करना, अनुशासन की स्वस्थ आदतें विकसित करना
पीएम श्री स्कूल
योजना में सिलेक्ट किए गए स्कूल में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी वाली लेबोरेटरी को स्थापित किया जाएगा,
कौशल शिक्षा
भारत में, कौशल-आधारित शिक्षा को एक व्यावसायिक कौशल माना जाता है जो की कक्षा 6 से है
मार्गदर्शन एवं परामर्श
विद्यालय में कक्षा 10 के बाद और कक्ष 12 के बाद विषय चयन और कौन कौन से कार्य क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकते हैं
सामाजिक सहभागिता
सामुदायिक सहभागिता इस लोकतांत्रिक विचार पर आधारित है कि जो भी व्यक्ति अपने समुदाय को प्रभावित करने
विद्यांजलि
Vidyanjali is an initiative taken by the Ministry of Education, Government of India in partnership with the community and private sector in schools across the country.
प्रकाशन
As per the guidelines of Kendriya Vidyalaya Sangathan, various educational programs are being conducted in Kendriya Vidyalayas for the all-round development of students.
समाचार पत्र
Newspapers play an important role which helps in facilitating communication between school administration, teachers, students and parents.
विद्यालय पत्रिका
The school magazine is the mirror of the school's activities. where all the action can be seen
उपलब्धियाँ
शिक्षक
विद्यार्थी
नवप्रवर्तन
कुछ नया सीखा

श्रेष्ठ विद्यालय टॉपर्स
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा दसवीं और बारहवीं कक्षा
10वीं कक्षा
12वीं कक्षा
विद्यालय परिणाम
Year of 2020-21
Appeared 92 Passed 92
Year of 2021-22
Appeared 87 Passed 72
Year of 2022-23
Appeared 70 Passed 68
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Appeared 65 Passed 65
Year of 2024-25
Appeared 70 Passed 70
Year of 2020-21
Appeared 79 Passed 79
Year of 2021-22
Appeared 82 Passed 77
Year of 2022-23
Appeared 76 Passed 56
Year of 2023-24
Appeared 33 Passed 33
Year of 2024-25
Appeared 42 Passed 42